रईस चंद्र शुक्ला का भाजपा में शामिल की नाराजगी तो एक बहाना हैं?
प्रयागराज/उत्तरप्रदेश (लम्बा सफर ब्यूरो): दिनांक 22 अप्रैल 2023 उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा नेता रईस शुक्ला को भाजपा में शामिल कराया, जिसके बाद ही कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता (नंदी) ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रईस शुक्ला को पार्टी में लाना एक गहरी साजिश है! अब इस बात से नंदी के पेट में दर्द क्यों हुआ यह सबसे बड़ा सवाल हैं!
नंदी ने कहा स्थानीय विधायक होने के नाते उनसे राय तक नहीं ली गई, उन्हें किसी ने बताना भी जरूरी नहीं समझा। कुछ लोग पार्टी को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी समझ रहें हैं, जो पार्टी को नुकसान पहुंचाएगा।
दरअसल पिछले 2022 विधानसभा चुनाव में रईस शुक्ला ने सपा के टिकट पर नंदी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें भाजपा से नंदी चुनाव जीत गए और शुक्ला की हार हुई! अब ऐसे में नंदी के पेट में दर्द होना लाजिमी हैं कि जिसे चुनाव में हराया, उसे उनसे बिना पुछे पार्टी में क्यों शामिल कर लिया गया? दुसरी बात यह कि उनकी पत्नी अभिलाषा नंदी का परिवारवाद की वजह से मेयर का टिकट कट गया। अब ऐसे में नंदी के पेट की मरोड़न और बढ़ गई क्योंकि वे खुद विधायक कैबिनेट मंत्री और पत्नी मेयर थी। पत्नी अभिलाषा का टिकट पार्टी ने काटकर एक पुराने जमीनी भाजपा कार्यकर्ता को दे दिया।
शनिवार दोपहर पार्टी कार्यालय में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने रईस शुक्ला के साथ सपा से भाजपा में आए पंकज जायसवाल, सुभाष गुप्ता, विजय गुप्ता, अनीता जायसवाल, अपना दल एस की नेत्री पूनम पटेल को फुल माला -अंगवस्त्र पहनाकर पार्टी में सभी का स्वागत किया।
सुत्रो की माने तो मंत्री नंदी अपने स्वार्थ वश पत्नी अभिलाषा का मेयर टिकट कटने से ज्यादा भन्नाएं हुए हैं, रईस शुक्ला को भाजपा में शामिल कराने से नाराज होना तो एक बहाना हैं?