देहरादून जिले की मनरेगा लोकपाल सुश्री रेखा पुण्डीर ने ग्रामवासियों को दिया आश्वासन कि जॉब कार्ड बनने के बाद उन्हें अवश्य मिलेगा काम !
लम्बा सफर, देहरादून । गैर सरकारी स्वंय सेवी संस्था गल्जवाड़ी ग्राम समाज समिति के सचिव डॉ. नरेश कुमार चौबे और उनके सहयोगियों ललिता फरासी उपाध्यक्ष, श्याम पुन महासचिव, ग्राम सभा गल्जवाड़ी की उपप्रधान राखी गुरंग, वार्ड नं. 1 की वार्ड मेम्बर रेणु राणा, वार्ड नं. 8 के मेम्बर कृष्णा क्षेत्री के अथक प्रयासें से गल्जवाड़ी ग्राम में शायद 14 वर्षों में पहली बार गल्जवाड़ी ग्राम के पंचायत घर में किन्हीं अधिकारियों का आगमन हुआ है।
आपको बताते चलें कि ग्राम सभा गल्जवाड़ी के अधिकारियों अब तक ये मालूम भी नहीं था कि ग्राम गल्जवाड़ी राजस्व ग्राम है और वहां कोई पंचायत घर भी है। खैर……वार्ड नं. 1 गल्जवाड़ी के समस्त ग्रामवासियों को सूचना दी गई थी कि जो लोग मनरेगा के तहत काम करना चाहते हैं, वो 24 अप्रैल को पंचायत घर में आयें और अपने जॉब कार्ड बनवायें। जिला प्रोग्रेम अधिकारी हमारे मुख्य सहयोगी थे हम बराबर उनके सम्पर्क में रहे, उनके ही आश्वास पर हमने इस कार्यशाला का आयोजन किया था। तकरीबन 40 लोगों ने मनरेगा जॉब कार्ड के लिए आवेदन किया। जबकि उन्हें बता दिया गया था कि अगर आप जॉब कार्ड बनवा रहे हैं तो सरकारी दर 230 रू. प्रतिदिन पर काम भी करना पड़ेगा, इसके बावजूद पंजीकरण किया गया।
जिला प्रोग्रेम अधिकारी अनुज सिंह ने हमारा सहयोग करते हुए सभी का पंजीकरण किया एवं सभी लोगों को मनरेगा के कार्यो के विषय में भलीभांति समझाया। ग्राम विकास अध्किारी अशोक कुमार ने भी सभी को आश्वस्त किया कि मैं प्रतिमाह ग्रामसभा का भ्रमण करूंग और जो भी समस्या हो सीधे-सीधे मुझे फोन कर बता सकते हैं। जिस पर ग्रामवासियों ने प्रत्यक्ष आरोप लगाया कि ग्राम विकास अधिकारी का फोन अक्सर स्विच आफ रहता है, जिसका समर्थन उप प्रधान राखी गुरंग एवं वार्ड नं. 1 की सदस्या रेणु राणा ने भी किया कि जब भी हम फोन करते हैं तब ग्राम विकास अधिकारी का मो. स्विच ऑफ ही आता है। कई लोगों का कहना था कि हमें पता ही नहीं है कि हमारा ग्राम विकास अधिकारी कौन है ?
मनरेगा की लोकपाल सुश्री रेखा पुण्डीर ने ग्राम की महिलाओं से अलग-अलग पूछताछ की और कहा कि कहीं ना कहीं कुछ तो गड़बड़ है। उपप्रधान राखी गुरंग ने मनरेगा में चल रही धांधलियों पर गंभीरता से प्रकाश डाला। रेणु राणा ने भी माननीया लोकपाल के समक्ष कहा कि ग्रामसभा में बैठक और जनरल बैठक मात्र औपचारिकता भर है, जो ग्राम सभा के मेम्बर हैं उन्हें भी सूचना नहीं दी जाती। आपरजिस्टर की जांच कीजिए, एक हाथ से हस्ताक्षर किये हुये मिल जायेंगे।
कुल मिलाकर बैठक सफल रही ! हम शासन प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने में सफल रहे।