लम्बा सफर, पौड़ी/06 जनवरी, 2022ः जिला न्यायाधीश पौड़ी की अध्यक्षता में मानसिक स्वास्थ्य पुनर्विलोकन बोर्ड की पहली बैठक का आयोजन जिला जजी कार्यालय पौड़ी में किया गया। जिसमें मानसिक स्वास्थ्य देखभाल एवं मानसिक स्वास्थ्य पुर्नविलोकन बोर्ड के गठन के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी।
जिला न्यायाधीश आशीष नैथानी द्वारा बोर्ड के सदस्यों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बैठक में नशा मुक्ति केन्द्र मानसिक रोगियों के लिए गुणवत्तापरक चिकित्सा और देखभाल करने के स्थान पर मात्र धनोपार्जन का जरिया बन गये हैं। जिसमे नशा मुक्ति केन्द्रो को लेकर जिला न्यायाधीश द्वारा बोर्ड सदस्यों को विशेष व कठोर नियम बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने भर्ती मरीजों को उचित प्रकार से ठहरने की व्यवस्था, शौचालय इत्यादि एवं खाने की समुचित व्यवस्था के साथ ही साफ-सफाई की निगरानी के साथ ही नशामुक्ति केन्द्रों में प्रतिदिन चिकित्साधिकारी, पैरामेडिकल स्टाफ एवं कांउसलर की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये। जिला न्यायधीश ने जनवरी माह के द्वितीय सप्ताह में कोटद्वार में आयोजित शिविर के दौरान नशा मुक्ति केन्द्रों का निरीक्षण करने को भी कहा।
बैठक में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 रमेश कुंवर ने जानकारी देते हुये कहा कि जनपद पौडी में 788 मानसिक रोगी हैं, जिनमें अधिंकाश के पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र उपलब्ध नही हैं। कहा कि आगामी 14 फरवरी को जनपद के समस्त विकासखण्डों में मानसिक दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत किये जायेंगें।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी रुद्रप्रयाग डा0 एच.सी. मर्ताेलिया, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी चमोली डा0 वी0पी0 सिंह, मनोचिकित्सक डा0 पारुल, जिला कार्यक्रम प्रबन्धक राजीव रावत, मनमोहन देवली उपस्थित रहे।