दिल्ली/नेशनल: देश की राजधानी दिल्ली में दिवाली के दौरान आतिशबाजी पर जारी प्रतिबंध के मद्देनजर आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को पुनः दोहराया कि यह प्रतिबंध धर्म का मामला नहीं है, बल्कि यह सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए एक प्रयास है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में प्रकाश डालते हुए कहा कि दिवाली मूलतः प्रकाश का उत्सव है और आतिशबाजी से होने वाले प्रदूषण का नकारात्मक प्रभाव स्थायी होता है, खासकर बच्चों पर।
केजरीवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट ने भी कह कि प्रदूषण को देखते हुए हमें पटाखे नहीं जलाने चाहिए, हमें दीये जलाने चाहिए। यह पटाखों का नहीं बल्कि रोशनी का त्योहार है। ऐसा नहीं है कि हम किसी पर एहसान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो भी प्रदूषण होगा, उसका खामियाजा हमारे बच्चों को भुगतना पड़ेगा, इसलिए इसमें हिंदू-मुसलमान जैसा कुछ नहीं है। सबकी जान जरूरी है।