भारतीय महिला हॉकी टीम ने तीसरी बार जीता एशियन चैंपियंस ट्रॉफी का ख़िताब।

राजगीर/बिहार: एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारतीय महिला हॉकी टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चीन को 1-0 से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया है। भारतीय महिला टीम ने इस तरह तीसरी बार खिताब जीता। गत चैंपियन के तौर पर उतरी भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट के दौरान दमदार प्रदर्शन किया और शानदार खेल के दम पर खिताब बरकरार रखने में सफल रही। फाइनल में चीन ने भारत को कड़ी टक्कर दी और पहले दो क्वार्टर तक दोनों ही टीमें गोल नहीं कर सकीं। हालांकि, तीसरे क्वार्टर में दीपिका ओलंपिक की रजत पदक विजेता चीन के गोल पोस्ट को भेदने में सफल रहीं। दीपिका का इस टूर्नामेंट का यह 11वां गोल था। 

दीपिका के पेनल्टी कॉर्नर ने किया कमाल 
फाइनल में भारत के लिए दीपिका ने तीसरे क्वार्टर में गोल किया जो अंत में निर्णायक साबित हुआ। दीपिका ने 31वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल किया और टीम को बढ़त दिलाई। चीन की टीम निर्धारित समय तक गोल नहीं कर सकी और उसे हार का सामना करना पड़ा। दीपिका का इस टूर्नामेंट का यह 11वां गोल था। 

पिछले साल रांची में और 2016 में सिंगापुर में यह खिताब जीत चुकी भारतीय टीम ने जबरदस्त तालमेल और संयम का परिचय देते हुए चीन को हाशिये पर रखा। पहला हाफ गोलरहित रहने के बाद दूसरे हाफ के पहले ही मिनट में भारत को मिले पेनल्टी कॉर्नर पर दीपिका ने गोल करके खचाखच भरे बिहार खेल यूनिवर्सिटी स्टेडियम में मौजूद दर्शकों में उत्साह का संचार कर दिया। 

भारत के पास तीसरे क्वार्टर में ही बढ़त दुगुनी करने का सुनहरा मौका था, लेकिन 42वें मिनट में मिले पेनल्टी स्ट्रोक पर दीपिका का शॉट चीन की गोलकीपर ने दाहिनी ओर डाइव लगाकर बचा लिया। भारत को चौथे क्वार्टर में भी एक पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन वैरिएशन का कोई नतीजा नहीं निकला। वहीं, भारतीय खिलाड़ी एक बार फिर फिनिशंग टच के लिए जूझते रहे। जापान के खिलाफ सेमीफाइनल में 16 पेनल्टी कॉर्नर में से एक भी तब्दील नहीं कर सकी भारतीय टीम की कमजोरी फाइनल में पहले 30 मिनट में फिर देखने को मिली जब उसे मिले चार पेनल्टी कॉर्नर बेकार हो गए।

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