लम्बा सफर, बंगलौर, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ योग प्रोफेशनल्स (आई एफ वाई पी) जो कि सरकार द्वारा प्रमाणित योग प्रोफेशनल्स का अंतराष्ट्रीय स्तर का संगठन है।जिसका मुख्य उद्देश्य योग और योग के प्रचार प्रसार, प्रशिक्षण के क्षेत्र में कार्यरत सभी लोगों को इस क्षेत्र में आगे बढ़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर तक सेवा का अवसर प्राप्त करने हेतु उन्हे हर संभव सहायता, मार्गदर्शन करना है।यह संगठन पिछले 7 वर्षों से अपने उद्देश्य के अनुसार देश विदेश में अनेक स्तर पर कार्यरत है। IFYP की कार्यकारिणी देश के हर राज्यों में कार्यरत है।राज्यों की कार्यकारिणी अपने अधीन अपने राज्यों के अंतर्गत जनपद, तहसील,गांव पंचायत स्तर तक योग प्रचार प्रसार हेतु कार्यकारिणी का गठन करके हर स्तर तक अर्थात घर घर तक योग का प्रचार प्रसार एवं प्रशिक्षण के लिए कार्य करने की योजना बनाई गई है।
वर्कशॉप में विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे योग शिक्षको द्वारा अलग अलग बिमारियों पर योग द्वारा नियंत्रण करने पर बिस्तर से चर्चा की गई।
डा. एच. आर. नागेंद्र ने बताया कि योग विशेषज्ञों को विज्ञान व रिसर्च आधारित विभिन्न बिमारियों के लिए प्रोटोकॉल विकसित करना चाहिए और प्रशिक्षित योग शिक्षक/थिरैपिस्ट अलग-अलग बिमारियों के अनुसार निर्धारित योगासनो को लागू करना चाहिए। इसके लिए स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान विश्वविद्यालय SVYASA आईएफवाईपी की हर संभव सहायता करेगा। इस विषय पर योगी देवराज, शेशाद्री जी, उर्मिला सिंह जी,
डा.आर आर जयश्री जी, संध्या धुत राठी तथा चितरंजन सिंह ने अपने विचार व्यक्त किए तथा डा. एच. आर. नागेंद्र जी के विचारों पर सहमति जताई।
*कर्नाटक राज्य की कार्यकारिणी आईएफवाईपी*योग प्रोफेशनल्स मीट के दौरान जहां आपस में एक-दूसरे से परिचित हुए तथा समस्याओ पर विचार विमर्श हुआ वहीं
इसी क्रम में आज सत्य नारायण यादव,महासचिव (आई.एफ.वाई.पी.), की अध्यक्षता में तथा मुख्य अतिथि: डा. एच. आर. नागेंद्र जी, उपकुलपति स्वामी विवेकानन्द अनुसंधान संस्थान विश्वविद्यालय बंगलोर,की उपस्थिति में *कर्नाटक राज्य की कार्यकारिणी आईएफवाईपी (IFYP) का गठन किया गया है* ! मुख्य अतिथि डा. नागेंद्र जी ने IFYP के कार्यकारणी सहित सभा में उपस्थित समस्त योग मर्मज्ञों को सम्बोधित करते हुवे कहा कि आने वाले समय में पूरे भारत में प्रत्येक 4 गांवों के लिए शीघ्र ही एक योग स्वास्थ्य केंद्र खोला जाएगा! जिसके लिए हजारों योग शिक्षकों की आवश्यकता होगी! अत: आई.एफ.वाई.पी के योग प्रशिक्षक तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी है।
इसके लिए SVYASA विश्वविद्यालय आईएफवाईपी (IFYP) के साथ मिलकर योग प्रशिक्षण कार्यकर्म प्रारंभ करके उन्हे *योग प्रमाणन बोर्ड* की परीक्षा पास करने योग्य तैयार करके, सफ़लता के बाद उन्हें अनेक स्तरों पर कार्यरत किया जा सकेगा! इस से ऋषि मुनियों की विद्या योग का प्रचार प्रसार के साथ साथ हजारों नवयुवकों को रोजगार भी मिलेगा!
सभा को संबोधित करते हुवे आईएफवाईपी के महासचिव सत्य नारायण यादव ने बताया की आईएफवाईपी (IFYP) का उद्देश्य योग को गांव गांव,घर घर ,जन जन तक योग को पहुंचना है ताकि यह लोगो के जीवनशैली में घुलमिल जाए। इसके लिए हम नई पीढ़ी,महिलाओं,ग्रामीणों एवम विद्यार्थियों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसके लिए देशभर में विभिन्न स्कूलों में योग एक्टिविटी आयोजित की जा रही है। कामगारों के स्वास्थ्य लाभ हेतु आईएफवाईपी विभिन्न राज्यों के ईएसआई अस्पताल में कुशल योग थेरेपिस्ट नियुक्त किया है जिससे कामगार स्वयं तथा उनके परिवार के सदस्य योग से स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
योग के प्रचार प्रसार के लिए केंद्रीय कार्यकारणी द्वारा समय-समय पर राज्यों के कार्यकारणी के कार्यों की समीक्षा भी किया जाता है। राज्यों के कार्यकारणी केंद्रीय कार्यकारणी स्वीकृति के पश्चात यह सुचारू रूप से हर स्तर पर योग के कार्यक्रम यथा: योग शिविर,प्रतियोगिता, प्रदर्शनी,प्रशिक्षण,सेमिनार,कार्यशाला,स्वास्थ्य मेला आदि कार्यक्रम देश भर में आयोजित करते रहते हैं।
आईएफवाईपी के कर्नाटक राज्य के नई कार्यकारिणी के गठित सभी पदाधिकारियों को शुभकामना एवम बधाई देते हुए आईएफवाईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष: सदानंद जी ने प्रसन्नता व्यक्त की हैं।