सिगली गांव में तीन साल के बच्चे को आंगन से उठा ले गया बाघ, जंगल से बरामद हुआ शव


लम्बा सफर, देहरादून। देहरादून के सिंगली गांव में बाघ की धमक से दहशत बनी हुई है। बाघ एक चार साल के बच्चे को आंगन से उठाकर ले गया। बच्चे को बाघ के ले जाने की सूचना से गांव में हड़कंप मच गया। परिजनों ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद बच्चे का शव जंगल से बरामद किया गया है।
जानकारी के अनुसार, घटना मंगलवार देर रात 10 बजे के आस-पास की है। रहवासियों के अनुसार रात्रि तकरीबन बच्चे की मां बच्चे को पेशाब कराने कमरे से बाहर निकली थी, कि तभी आदमखोर बाघा ने झपट्टा मारकर बच्चे को अपने कब्जे में लेकर भाग गया। इस घटना से क्षेत्र में हड़कम्प मच गया।
गौरतलब है कि सिगली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में बाघ के आने की जानकारी तो अक्सर मिलती रहती है। लेकिन बाघ अधिकतर कुत्तों पर ही हमला करता है। ये पहली बार हुआ है कि गांव से एक मासूम बच्चे को बाघ उठाकर ले गया।
क्षेत्र में भय का माहौल है कि कहीं बाघ नरभक्षी तो नहीं है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने तत्काल सभी थाना प्रभारी, सीओ को बुला कर एसपी क्राइम के नेतृत्व में कांबिंग शुरू कराई। तमाम पुलिस का अमला कांबिंग में लगा तब जाकर बच्चे के अवशेष जंगल से प्रप्त किये गये।
अब प्रश्न ये उठता है कि क्या वास्तव में बाघ नरभक्षी है अथवा……
अभी भीमताल में ताजा नरभक्षी बाघ के मामले में माननीय उच्च न्यायालय ने आदेश दिया है कि नरभक्षी बाघ को मार गिराया जाए । तो क्या सीगली में भी नरभक्षी बाघ के हमले पर माननीय न्यायालय संज्ञान लेगा।

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