पचास मीटर तक ट्रैक पर बिछे स्लीपर टूटे मिले – बाती लगी एक पेट्रोल बोतल बरामद।
कानपुर/उत्तर प्रदेश (लम्बा सफर ब्यूरो): कानपुर जिले में एक और ट्रेन को पलटने की साजिश रची गई है। अनवरगंज-कासगंज रूट पर कानपुर से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस (14117) को रविवार रात उड़ाने की साजिश रची गई। गनीमत यह रह कि यह ट्रेन पलटने से बच गई। ट्रैक पर भरा सिलिंडर रखा था। इसके अलावा, कांच की बत्ती लगी बोतल, माचिस, मोमबत्ती और एक संदिग्ध झोला मिला है। इस झोले में बारूद जैसी कोई सामग्री थी। फिलहाल जांच की जा रही है। घटना के कारण ट्रेन करीब 22 मिनट तक खड़ी रही। एहतियातन ट्रेन को बिल्हौर स्टेशन पर भी कुछ देर के लिए रोका भी गया। इसके अलावा लखनऊ से बांद्रा टर्मिनस जा रही लखनऊ-बांद्रा एक्सप्रेस को भी कानपुर के बिल्हौर स्टेशन पर रोका गया।
सिलिंडर फटता तो हो सकती थी बड़ी घटना
साजिशकर्ताओं ने इंडेन के जिस सिलिंडर को पटरी के बीच में हल्का गड्ढा कर रखा था, वह अगर फट जाता तो डिरेल होने के साथ ही ट्रेन के इंजन में आग भी लग सकती थी। हालांकि सिलिंडर की मजबूती ने साजिशकर्ताओं के इरादों को नाकाम कर दिया। फॉरेंसिक टीम का कहना है कि सिलिंडर का ऊपरी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि कहीं से भी गैस रिसाव की बात सामने नहीं आई है।
पचास मीटर तक टूटे मिले ट्रैक के स्लीपर
घटनास्थल के आसपास करीब पचास मीटर की दूरी में ट्रैक पर बिछे स्लीपर टूटे मिले हैं। माना जा रहा है कि करीब सौ किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ रही कालिंदी एक्सप्रेस से टकराने के बाद सिलिंडर करीब पचास मीटर तक ट्रैक के बीचोबीच उछलकर गया। इस वजह से जहां जहां वह गिरा, वहां के स्लीपर टूट गए। हालांकि सिलिंडर आखिर में ट्रैक के किनारे पड़ा मिला।
आसपास के पेट्रोल पंप की भी हो रही जांच
पुलिस को मौके पर बाती लगी एक बोतल मिली है जिसमें ज्वलनशील पदार्थ मौजूद है, इसलिए पुलिस एक दूसरी टीम को घटनास्थल के आसपास के कई किलोमीटर के दायरे में मौजूद पेट्रोल पंपों के सीसीटीवी फुटेज चेक करने के लिए भी लगाया गया है ताकि बोतल में पेट्रोल लेने वाले शख्स का पता लगाया जा सके।