देश: आज 14 अप्रैल को स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री, संविधान के पिता, जनक, निर्माता बाबा साहब “डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर का जन्मदिवस” है। एक महान स्वतंत्रता सेनानी के रूप में इन्होंने ब्रिटिश सरकार द्वारा लंदन में आयोजित तीनो गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया था। इनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के मऊ में हुआ था ।
इन्होंने दलितों की आवाज को जीवन पर्यन्त बुलंद किया तथा गोलमेज सम्मेलन में दलितों की आवाज बनकर उन्हें पृथक निर्वाचन क्षेत्र 1935 के भारत शासन अधिनियम के द्वारा प्रदान करवाने में महत्ती भूमिका अदा की। दलितों के अधिकारो के लिए इन्होंने ‘” वहिष्कृत हितकारिणी सभा'” का गठन किया तथा ” वहिष्कृत भारत ” नामक समाचारपत्र का प्रकाशन किया। 26 सितम्बर 1932 को पूना के यरवदा जेल में गांधी जी एवम भीमराव अम्बेडकर के बीच प्रसिद्ध ” पूना पैक्ट” हुआ था।
1946 में गठित संविधान सभा द्वारा 29 अगस्त 1947 को बाबा साहब को ” प्रारूप समिति” ( मसौदा समिति )का अध्यक्ष चुना गया। इस समिति में 7 सदस्य थे। संविधान बनने में 2 वर्ष 11 माह 18 दिन का समय लगा था। जीवन के अंतिम क्षणों में नागपुर में इन्होंने लाखों समर्थकों के साथ बौद्ध धर्म अंगिकार कर लिए।
बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जीवन परिचय :
जन्म :-14 अप्रैल 1891 माता :- भीमा बाई पिता :- रामजी ( सूबेदार ) पत्नी:- रमाबाई पुत्र:- यशवंत राव शिक्षा :- मैट्रिक :-1907 (सतारा हाई स्कूल ) इंटर और बीए:-1912(एलफेस्टन कॉलेज )। एम ए और पीएचडी :-1915 (कोलंबिया विश्वविद्यालय अमेरिका )।
अर्थ, समाजशास्त्र, कानूनएवं एम.एस.सी :- लंदन यूनिवर्सिटी 1920-211923 से मुंबई में वकालत शुरु ।1924 मे बहिष्कृत महासभा का गठन। 1927 मे चावदार तालाब का आंदोलन। 1927 मे ही मनु स्मृति को जलाना। 1930 मे कालाराम मंदिर में प्रवेश। 1935 मे धर्म परिवर्तन की घोषणा। 1946 में मुंबई में सिद्धार्थ कॉलेज की स्थापना। 1947 मे विधि मंत्री बनना एवं संविधान की रचना प्रारंभ। 1948 मे शारदा कबीर नामक नर्स से दूसरी शादी। 1951 मे नेहरु मंत्रिमंडल में हिंदू कोड बिल लाना, हिंदू कोड बिल पारित न होने पर मंत्रिमंडल से इस्तीफा
14 अक्टूबर 1956 मे नागपुर में बौद्ध धर्म ग्रहण किए। 6 दिसम्बर 1956 को अकस्मात मृत्यु दिल्ली में हुई थी । बाबा साहेब का विद्वता में भारत में पहला स्थान तथा दुनिया में छठा स्थान था ।