मनी लॉन्ड्रिंग मामला: PMLA अदालत ने चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को पांच दिनों की ईडी हिरासत में भेजा।

ईडी द्वारा रांची समेत राज्य में 24 ठिकानों पर छापेमारी कर 150 करोड़ की संपत्ति जप्त की।

रांची (लम्बा सफर डेस्क): झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग में चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। लंबे समय तक चली पूछताछ के बाद ईडी ने वीरेंद्र राम को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले मंगलवार को ईडी ने वीरेंद्र राम से जुड़े रांची समेत राज्य में 24 ठिकानों पर छापेमारी की थी। वीरेंद्र राम को कुछ योजनाओं के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया है।

राजधानी रांची में ईडी कार्यालय में चली लंबी पूछताछ के बाद इंजीनियर को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत हिरासत में ले लिया गया। ईडी ने 21 फरवरी को रांची, जमशेदपुर समेत झारखंड, बिहार और दिल्ली के कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी की थी।

ईडी को छापेमारी में 150 करोड़ की संपत्ति मिली
वीरेंद्र राम के ठिकानों पर बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे जारी रहे। कार्रवाई मंगलवार सुबह पांच बजे से शुरू हुई। पूछताछ में ईडी के सामने वीरेंद्र राम ने कई बड़े व्यक्तियों के साथ अपने संबंधों का भी खुलासा किया है। जानकारी के अनुसार राम के यहां 150 करोड़ की संपत्ति मिली है। साथ ही दो करोड़ के स्वर्ण आभूषण बरामद किए गए हैं। मुख्य अभियंता राम के पास इतना अकूत धन कहां से आया इसकी जानकारी ईडी जुटा रही है। ईडी ने वीरेंद्र राम के पास एक लैपटॉप और कुछ पैन ड्राइव बरामद किए हैं।

पूछताछ के दौरान वीरेंद्र राम की आनाकानी पड़ी भारी, हुई कार्रवाई

आधिकारिक सूत्रों का मानें तो वीरेंद्र राम अपने जवाबों में टालमटोल कर रहे थे। ईडी अब गुरुवार को उन्हें एक स्थानीय अदालत में पेश करेगी और हिरासत में पूछताछ की मांग करेगी। अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने विभिन्न परिसरों से कुछ लग्जरी कारें और एसयूवी भी जब्त की हैं।

रांची की विशेष पीएमएलए अदालत ने धनशोधन के मामले में ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता (चीफ इंजीनियर) वीरेंद्र राम को पांच दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेजा। वीरेंद्र राम को मंगलवार को ईडी की छापेमारी के बाद देर रात गिरफ्तार किया गया था।

इसके बाद 23 फरवरी को ईडी ने छापेमारी के दौरान बरामद किए गए दस्तावेजों के आधार पर बीरेंद्र राम को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने के लिए आवेदन किया था। कोर्ट ने उसे आज पांच दिनों की ईडी हिरासत में भेज दिया।

एजेंसियों द्वारा वीरेंद्र राम के ठिकानों पर दो दिनों तक हुई छापेमारी के दौरान तीस लाख रुपये और डेढ़ करोड़ की कीमत के जेवरात जब्त किए गए थे। इडी को इसके अलावा सौ करोड़ से अधिक की चल-अचल संपत्ति का भी पता चला।

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