लम्बा सफर, रुद्रप्रयाग, 01 अगस्त, 2023
‘‘राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन‘‘ के तत्वावधान में विश्व स्तनपान सप्ताह का शुभारंभ हो गया है। इसके तहत जहां चिकित्सा इकाईयों में प्रसूताओं को स्तनपान के महत्व के बारे में जागरूक किया गया, वहीं आशा कार्यकत्रियों द्वारा शिशुवती महिलाओं के साथ बैठकें कर स्तनपान के लाभ के बारे में जानकारी दी गई।
जिला चिकित्सालय में आयोजित कार्यक्रम में बालरोग विशेषज्ञ डाॅ. रविंद्र सिंह चैहान ने प्रसूताओं व उनके परिजनों को बताया कि स्तनपान सर्वोत्तम आहार है। मां का दूध शिशु स्वास्थ्य के लिए व्यापक लाभकारी है। बताया कि इससे शिशु के मानसिक विकास, डायरिया, निमोनिया व कुपोषण से बचाव होता है व बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। वहीं जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में आशा कार्यकत्रियों द्वारा अपने क्षेत्र में प्रसूता व शिशुवती महिलाओं के साथ बैठकें कर प्रत्येक बच्चे को जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान कराने और जल्द से जल्द त्वचा से त्वचा संपर्क शुरू करने, पहले 06 माह तक केवल मां का दूध पिलाने, 6 माह से बडे़ शिशुओं व बच्चों को सुरक्षित व स्वस्थ ऊपरी आहार के साथ स्तनपान जारी रखने का संदेश दिया। साथ ही जागरूक किया कि स्तनपान कराने से मां के स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। इस दौरान आशाओं द्वारा प्री-लैक्टियल फीड (घुट्टी, पानी, शहद आदि) एवं डब्बे वाले दूध के उपयोग को हतोत्साहित करने पर भी जोर दिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.एचसीएस मर्तोलिया ने प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों की वर्चुअल बैठक लेकर जन्म के एक घंटे के भीतर शिशु को अवश्य स्तनपान कराने व 06 माह तक केवल मां का दूध पिलाने के संदेश का प्रभावी प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. वीएस गुसांई ने बताया कि आगामी 07 अगस्त तक आशा कार्यकत्रियां अपने-अपने क्षेत्रों में बैठकें कर स्तनपान जागरूकता गतिविधि को जारी रखेंगी।