दिल्ली/नेशनल (लम्बा सफर ब्यूरो): केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आई4सी (भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र) I4C के स्थापना दिवस समारोह पर कहा कि साइबर सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा का अभिन्न अंग है। हमें साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए क्योंकि साइबर सुरक्षा के बिना देश का विकास संभव नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि साइबर अपराध की कोई सीमा नहीं होती और इसलिए यह जरूरी है कि सभी हितधारक खतरे से निपटने के लिए एक साथ आएं।
उन्होंने आगे कहा कि साइबर सुरक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा का अभिन्न अंग है। रकार भारत में साइबर अपराधों से निपटने के लिए एक योजना बना रही है। इसके तहत अगले पांच सालों में 5000 साइबर कमांडो को साइबर अपराध से निपटने के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए इन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा।
46 प्रतिशत डिजिटल लेनदेन भारत में
साइबर स्पेस को सुरक्षित बनाने के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया के 46 प्रतिशत डिजिटल लेनदेन भारत में हो रहे हैं। उन्होंने देश में साइबर अपराध से लड़ने के लिए आई4सी के तहत चार प्लेटफार्मों का भी उद्घाटन किया।
क्या है आई4सी?
बताते चलें कि, I4C की स्थापना 2018 में गृह मंत्रालय (MHA) के तहत की गई थी। इसका प्राथमिक उद्देश्य देश में साइबर अपराधों से संबंधित सभी मुद्दों को संबोधित करने के लिए एक राष्ट्रीय स्तर का समन्वय केंद्र स्थापित करना है। आई4सी को कानून-प्रवर्तन एजेंसियों की क्षमताओं को बढ़ाने और साइबर अपराध से निपटने वाले विभिन्न हितधारकों के बीच समन्वय में सुधार करने के लिए भी अनिवार्य किया गया है।