कोलकाता: पश्चिम बंगाल में आर.जी. कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंगदी के बाद से स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत ठीक नहीं है। डॉक्टर्स पीड़िता के लिए लगातार न्याय की मांग कर विरोध प्रदर्शन सहित भूख हड़ताल कर रहे हैं। इसी बबिच डॉक्टरों ने अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर बंगाल में 48 घंटे की हड़ताल बुलाई है।
14-15 अक्टूबर को बंद का ऐलान
कोलकाता के सभी सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल ने 14-15 अक्टूबर को 48 घंटे के लिए बंद का ऐलान किया है। आईएमए के जूनियर डॉक्टर्स 15 अक्टूबर को देशभर में उपवास करेंगे। सुबह 6 से शाम 6 बजे तक उपवास जारी रहेगा। डॉक्टर पीड़िता के लिए इंसाफ की मांग कर रहे हैं, इसके साथ ही अपनी भी डिमांड पूरी करने की मांग कर रहे हैं।
कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंगदी को लेकर डॉक्टर्स तब से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. 9 अगस्त को डॉक्टर्स हड़ताल पर चले गए थे. पिछले महीने ममता सरकार के आश्वासन के बाद उन्होंने 42 दिन बाद अपना आंदोलन समाप्त किया था। उन्होंने अपना कामकाज शुरू किया था और सरकार को सात दिन का वक्त दिया था, मगर उनकी मांगे नहीं मानी गई।
क्या है डॉक्टरों की मांग?
- स्वास्थ्य सचिव एनएस निगम को तत्काल हटाने की भी मांग
- अस्पतालों में अपनी सुरक्षा की मांग, टास्क फोर्स के गठन की मांग
- अस्पतालों के लिए सेंट्रलाइज्ड रेफरल सिस्टम की स्थापना की मांग
- अस्पतालों में पुलिस सुरक्षा बढ़ाने, स्थायी महिला पुलिस कर्मियों की भर्ती की मांग
- अस्पतालों में डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के रिक्त पदों को तेजी से भरने की मांग