हादसे में 50 से ज्यादा लोग बुरी तरह चोटिल – रेल्वे द्वारा हताहत की पुष्टि नहीं – बक्सर डीएम ने कहा अब तक 4 की मौत।
जुगाड़ की रोशनी से चला राहत और बचाव कार्य- बक्सर, भोजपुर और पटना के अस्पतालों में डॉक्टर्स अलर्ट।
बक्सर/बिहार (लम्बा सफर ब्यूरो): नई दिल्ली से कामाख्या जा रही नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस बुधवार की रात करीब 9:54 बजे बिहार में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसा बक्सर जंक्शन से ट्रेन खुलने के कुछ ही देर बाद रघुनाथपुर पूर्वी गुमटी के पास हुआ। अबतक प्राप्त सूचना के अनुसार ट्रेन की 24 बोगियां बेपटरी हुई हैं, जिनमें से दो बॉगी पलट गई। एक बोगी बेपटरी होने और दूसरी से टकराने के बाद किनारे गिर गई है। पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों ने अभी घायलों के संबंध में कोई पुख्ता जानकारी नहीं होने की बात कही है। ट्रेन की कितनी बोगियां बेपटरी हुई हैं, आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है। जिला प्रशासन ने 60 से 70 लोगों के घायल होने की पुष्टि की है। घटनास्थल पर राहत कार्य में लगे लोगों ने अबतक पांच लाशें निकाले जाने की बात कही है। जिलाधिकारी ने भी चार मौतों की पुष्टि की है। राहत-बचाव कार्य में लगे लोगों ने 50-52 लोगों के ज्यादा चोटिल होने की जानकारी दी है।
रेलवे ने हताहतों की संख्या नहीं बताई: दानापुर मंडल के रघुनाथपुर स्टेशन के निकट बुधवार रात करीब 21.35 बजे गाड़ी संख्या 12506 नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के हादसे के बाद घटनास्थल पर भारी भीड़ जुट गई। आम लोग राहत-बचाव कार्य में लग गए। घटनास्थल शहरी क्षेत्र से दूर है। 50 से ज्यादा लोग बुरी तरह चोटिल हुए हैं। घायलों को निकाला जा रहा है, उसके बाद असल तस्वीर सामने आएगी। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि मेडिकल टीम और अधिकारियो के साथ-साथ दुर्घटना राहत यान घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है। रेलवे ने आधिकारिक तौर पर हताहतों की संख्या नहीं बताई है, लेकिन घटनास्थल पर राहत-बचाव में लगे कर्मियों ने बताया कि पांच लोग ऐसे निकाले गए, जिनकी सांसें नहीं चल रही थीं। बाकी घायलों को प्राथमिक इलाज के लिए तत्काल भेजा गया।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, बक्सर में घटना स्थल पर राहत-बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, जिला प्रशासन, रेल अधिकारी और स्थानीय लोग टीम के रूप में काम कर रहे हैं। रेलवे वार रूम ने भी काम शुरू कर दिया है।
वहां आसपास के लोगों को ट्रेन की सामान्य आवाज की आदत है। लेकिन, यह आवाज बहुत अलग थी। जैसे लगा कि कुछ तेज आवाज में रगड़ाया है और फिर गिट्टी पर घिसटने की तेज आवाज की तरफ लोग अचानक ही भागे। कुछ देखते, इससे पहले चीख-पुकार की आवाज कानों तक पहुंचने लगी थी। बचाने की गुहार पहुंच रही थी। ट्रेन की जनरल बोगी में सीढ़ियों के पास रहे कुछ लोग पहले ही गिरकर घायल हो चुके थे। कुछ ने कराहते हुए लोगों को कहा कि उनके परिजन अंदर हैं, बचाओ।
पूरा इलाका अंधेरे में था और जुगाड़ की रोशनी से काम चल रहा था: कई घायलों को बेहोश स्थिति में निकाला जा रहा था। महिलाएं बेसुध-बदहवास थीं। दिल्ली से ज्यादातर यात्री अपने बड़े बक्सों के साथ थे और इन सामानों से ही दबे जा रहे थे। ट्रेन की बोगी जैसे-तैसे टेढ़ी थी, जिसके कारण राहत और बचाव का काम मुश्किल से हो रहा था। पूरा इलाका अंधेरे में था और जुगाड़ की रोशनी से काम चल रहा था। एक जनरल बोगी ज्यादा क्षतिग्रस्त हुई। शेष एसी 2 और 3 टियर की बोगियां हैं। अंधेरे में आठ बोगियों को क्षतिग्रस्त और दो को एक-दूसरे में गुत्थमगुत्थ हुआ देख लोग घायलों की वास्तविक संख्या 100 तक पहुंचने की बात कह रहे हैं।
पटना और आरा के डॉक्टरों को किया गया अलर्ट: बक्सर, भोजपुर और पटना के डीएम ने सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है। सभी चिकित्सकों को अलर्ट मूड में रहने को कहा गया है। घटना की सूचना मिलते ही बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल घटनास्थल पर पहुंच गये। उन्होंने बताया कि इस घटना में अब तक 4 मौत हुई है। उन्होंने बताया कि इस हादसे में अब तक 80 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 15 से 20 लोग ज्यादा गंभीर हैं इसलिए उन घायलों को एम्बुलेंस से पटना एम्स के लिए भेज दिया गया है। फिलहाल आरा और पटना के एम्स, आईजीएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच को अलर्ट कर दिया गया है।
इन जिलों से भेजे जा रहे हैं एम्बुलेंस: बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया कि बक्सर, आरा, और पटना से सरकारी और गैर सरकारी एम्बुलेंस मंगवाए गये हैं ताकि किसी भी घायल यात्रियों को इलाज के लिए दिक्कत न हो पाए। घटनास्थल से आरा की दुरी लगभग 55 किलोमीटर है जबकि पटना की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है। वहीं बक्सर से बनारस की दूरी लगभग 114 किलोमीटर है।
एनएच को कराया गया खाली: पटना, आरा और बक्सर के डीएम और पुलिस प्रशासन ने घायलों को जल्द से जल्द अस्पताल तक पहुँचाने के लिए एनएच को खाली कराया है। बक्सर डीएम ने बताया कि कई घायलों को बनारस भी भेजा जा रहा है।
डाउन लाइन पर ट्रेन चलना अब मुश्किल: देश की राजधानी से राज्य की राजधानी की ओर आने वाली रेल लाइन को डाउन लाइन कहा जाता है। इसी लाइन पर नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के बाद बिहार होकर पूर्वोत्तर की ओर जाती। बुधवार को हादसे के बाद चूंकि छह बोगियां बेपटरी हुईं और एक बोगी पलट गई है तो ट्रेन की बाकी बोगियां भी जगह पर नहीं हैं। ट्रैक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। तकनीकी टीम पहुंच रही है। मौके पर मौजूद रेलकर्मियों ने बताया कि डाउन लाइन की तत्काल ऐसी हालत नहीं कि इससे कोई ट्रेन को आज रात में गुजरने दिया जाए।
रेलवे की ओर से जारी की गई हेल्प लाइन नंबर:- PNBE – 9771449971, DNR – 8905697493, ARA – 8306182542, COML CNL – 7759070004, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन : 97948 49461, 8081206628, पंडित दीन दयाल उपाध्याय कमर्शियल कंट्रोल : 8081212134