उत्तराखंड में बारिश की घटनाओं में दो लोगों की मौत, मुख्यमंत्री धामी ने लिया हालात का जायजा


धामी ने भारी बारिश के मद्देनजर उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चार धामों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी ली तथा केदारनाथ धाम का ऑनलाइन अवलोकन भी किया।

संवाददाता लम्बा सफर, देहरादून/उत्तराखण्ड। उत्तराखंड में रविवार को मानसून के दस्तक देने के साथ ही भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में दो व्यक्तियों की मौत हो गयी तथा तीन अन्य घायल हो गए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचकर प्रदेश भर में वर्षा की स्थिति का जायजा लिया तथा चारधाम श्रद्धालुओं से मौसम की अद्यतन जानकारी लेकर ही यात्रा करने की अपील की। रूद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ मोटर मार्ग पर रविवार को एक वाहन के भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन के मलबे की चपेट में आने से उसमें सवार एक व्यक्ति की मौत हो गयी। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार यह हादसा सोनप्रयाग के पास शटल पुल से करीब एक किलोमीटर पहले गौरीकुंड जाने वाले मोटर मार्ग पर हुआ जब व्यक्ति अपने वाहन में बैठा था और पहाड़ी से अचानक हुए भूस्खलन के कारण मलबे में दबकर उसकी मौत हो गयी।
मृतक की पहचान रूद्रप्रयाग जिले के गुप्तकाशी के रहने वाले अनिल बिष्ट (50) के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि मलबे की चपेट में आने से दो वाहन क्षतिग्रस्त हुए। हालांकि दूसरे वाहन के अंदर कोई व्यक्ति नहीं था। एक अन्य घटना में, उत्तरकाशी जिले की पुरोला तहसील के कंडियाल गांव में बिजली गिरने से खेत में रोपाई कर रहे एक युवक की मौत हो गयी तथा तीन अन्य घायल हो गए। मृतक की पहचान अभिषेक (20) के रूप में हुई है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक तीन घायल युवकों में से दो की हालत नाजुक बनी हुई है जिन्हें बेहतर इलाज के लिए देहरादून भेजा गया है। अनेक स्थानों पर हो रही बारिश से प्रदेश में कई जगहों पर भूस्खलन से सड़कें बंद हो गयी हैं जबकि गंगा सहित कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। हरिद्वार में कुछ स्थानों पर भारी बारिश के कारण जलभराव से बाढ़ जैसी स्थिति बन गयी।
इससे पहले प्रदेश में भारी बारिश के पूर्वानुमान के बीच मुख्यमंत्री राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचे और उन्होंने सचिव (आपदा प्रबंधन) डॉ रंजीत कुमार सिन्हा सहित अन्य अधिकारियों से वर्षा की स्थिति और उससे हुए जलभराव एवं नुकसान के बारे में जानकारी प्राप्त की। धामी ने अधिकारियों को उन जिलों के साथ लगातार संवाद और समन्वय बनाए रखने को कहा जहां अत्यधिक बारिश जारी है और आगे भी भारी वर्षा होने की संभावना है जिससे आपात स्थितियों से समय रहते निपटा जा सके। उन्होंने इस संबंध में जिलाधिकारियों से आपदा राहत एवं बचाव कार्यों हेतु हमेशा सतर्क रहने तथा पुलिस और राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ) के साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों की भी पर्याप्त व्यवस्था रखने को कहा। धामी ने भारी बारिश के मद्देनजर उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित चार धामों की वर्तमान स्थिति की भी जानकारी ली तथा केदारनाथ धाम का ऑनलाइन अवलोकन भी किया। मुख्यमंत्री ने बाद में संवाददाताओं से बातचीत में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि वे मौसम की अद्यतन जानकारी लेकर ही यात्रा करें। उन्होंने कहा ‘‘मैं उनसे अपील करता हूं कि अगर ज्यादा मौसम खराब हो तो वे अपनी यात्रा को रोक दें और मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार चलें।’’

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