टिहरी और रानीखेत में भाजपा नेताओं के मध्य चल रहे वाक युद्ध ने पार्टी को असहज कर दिया है। प्रदेश भाजपा ने इसे गंभीरता से लेते हुए दो विधायकों एक दायित्वधारी एक पूर्व मंत्री व एक प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य को तलब किया है। उधर भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कहा कि भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र है।
लम्बा सफर, देहरादून। टिहरी और रानीखेत में भाजपा नेताओं के मध्य चल रहे वाक युद्ध ने पार्टी को असहज कर दिया है। प्रदेश भाजपा ने इसे गंभीरता से लेते हुए दो विधायकों, एक दायित्वधारी, एक पूर्व मंत्री व एक प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य को तलब किया है। ये सभी रविवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के समक्ष स्थिति स्पष्ट करेंगे।
प्रदेश अध्यक्ष ने इन सभी के साथ अलग-अलग बैठक के लिए साढ़े ग्यारह से डेढ़ बजे तक का समय निर्धारित किया है। टिहरी में पार्टी विधायक किशोर उपाध्याय और कुछ समय पहले भाजपा में शामिल हुए पूर्व मंत्री दिनेश धनै के मध्य टीएचडीसी में ठेकों को लेकर चल रहा आरोप-प्रत्यारोप सुर्खियां बना है।
इन मामलों से असहज हुई बीजेपी
इसके साथ ही टिहरी से भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खेम सिंह चौहान ने इंटरनेट मीडिया पर पार्टी लाइन के विरुद्ध जाकर पोस्ट की थी। उधर, रानीखेत में विधायक प्रमोद नैनवाल और दायित्वधारी कैलाश पंत के बीच मारपीट के एक मामले में जुबानी जंग चरम पर है। इन सब मामलों ने विपक्ष को बैठे-बिठाए मुद्दा दे दिया और उसने इन्हें लपकने में देर भी नहीं लगाई। परिणामस्वरूप, पार्टी नेताओं की बयानबाजी से भाजपा असहज हुई है।
पांच नेताओं को किया गया तलब
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने इसे गंभीरता से लिया है और पांचों नेताओं को अपना पक्ष रखने के लिए रविवार को देहरादून तलब किया है। माना जा रहा है कि इसके बाद भी यदि ये नेता नहीं माने तो इनके विरुद्ध पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई भी कर सकती है।