बिहार: शीतकालीन सत्र में वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ विपक्षी पार्टयों ने किया जोरदार हंगामा।

वक्फ की संपत्तियों पर बने है स्कूल, कॉलेज और सरकारी इमारतें -मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तोड़े अपनी चुप्पी: विपक्ष

पटना :  बिहार विधानसभा में शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधायकों ने विधानसभा पोर्टिको में जोरदार हंगामा किया गया। दरअसल, वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ विधानसभा पोर्टिको में विपक्षी दलों के विधायकों ने मिलकर प्रदर्शन किया। विधायकों के हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही को स्थगित भी किया गया। विपक्ष का कहना है कि इस मसले पर सीएम नीतीश कुमार को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।

वक्फ संशोधन बिल के विरोध में विपक्ष ने सदन में जमकर नारेबाजी भी की। विधायकों ने ‘वक्फ विधेयक वापस लो’ का नारा लगाते हुए बैनर-पोस्टर के साथ विधानसभा में जमकर प्रदर्शन किया। बाद में सदन की कार्यवाही स्थगित भी करनी पड़ी।

सर्कार का दोहरा मापदंड नहीं चलेगाः विपक्ष

दूसरी ओर, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने वक्फ बिल पर कहा, “वक्फ बोर्ड का जो बिल लाया गया है वो पूरी तरह से असंवैधानिक है। हमने इसका विरोध संसद में भी किया, यहां विधानसभा में भी कर रहे हैं और सड़कों पर भी करेंगे। हम किसी भी हालत में इस बिल को पास नहीं होने देंगे। ”

इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस और लेफ्ट के विधायकों ने एक साथ प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार की ओर से लाए जाने वाले बिल का विरोध किया। साथ ही विपक्षी नेताओं ने विधानसभा में इस बिल के खिलाफ प्रस्ताव लाने की मांग भी की है।

वक्फ संशोधन बिल को लेकर विपक्ष के नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वक्फ की संपत्तियों का खूब इस्तेमाल किया है। वक्फ की संपत्तियों पर स्कूल, कॉलेज और सरकारी इमारतें बनवाई गईं लेकिन अब नीतीश सरकार चुप है। यह दोहरा मापदंड नहीं चलेगा। नीतीश कुमार को अपनी चुप्पी तोड़नी पड़ेगी।

इस बीच विधानसभा सत्र के तीसरे दिन AIMIM के विधायक अख्तरुल इमाम ने प्रदेश में उर्दू शिक्षकों की बहाली को लेकर प्रदर्शन किया।

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