दिल्ली विश्वविद्यालय एवं समर्थ भारत के सहयोग से 20 कालेजों के साथ हुए एमओयू
लम्बा सफर, नई दिल्ली, 08 फरवरी।
दिल्ली विश्वविद्यालय एवं समर्थ भारत के सामूहिक तत्वावधान में कैरियर डेवलपमेंट सेंटर (सीडीसी) का शुभारंभ दिल्ली विश्वविद्यालय के वॉइस रीगल लॉज के कन्वेंशन हॉल में किया गया। इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय, समर्थ भारत, दिल्ली विश्वविद्यालय के एसओएल तथा विश्वविद्यालय से संबंधित 20 कॉलेजों के बीच एमओयू भी साइन किए गए। दिल्ली विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष के दौरान शुरू की गई इस अनूठी पहल के तहत विद्यार्थियों को इन कैरियर डेवलपमेंट सेंटरों के माध्यम से रोजगारोन्मुखी बनाया जाएगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा विद्यार्थियों के लिए यह उच्च शिक्षा में कौशल के विभिन्न प्रकारों से परिचित होने की शुरुआत है। उन्होने कहा कि उच्च शिक्षा में मौलिकता, रचनात्मकता और कल्पनाशीलता पर काम करके ही नवाचार और उद्यमशीलता को गति दी जा सकती है; और ये सेंटर विश्वविद्यालय में ऐसा माहौल तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। कुलपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अंडर ग्रेजुएट पाठ्यक्रम में कौशल और उद्यमशीलता आदि का प्रावधान किया गया है। उन्होने बताया कि विश्वविद्यालय ने उद्यमोदय फाउंडेशन के नाम से एक सेक्शन-8 कंपनी भी स्थापित की है जोकि विश्वविद्यालय और विभिन्न कालेजों में बिजनेस इंक्यूबेटर स्थापित करेगी।
प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि देश की प्रति व्यक्ति आय एक लाख 50 हजार रुपए प्रति वर्ष है जबकि विकसित राष्ट्र बनने के लिए हमें प्रति व्यक्ति आय 13 हजार डॉलर प्रति वर्ष चाहिए। यानि हमें विकसित राष्ट्र बनने के लिए इसे 6 गुना बढ़ाना होगा। इसके लिए हमें लक्ष्य निर्धारित करने होंगे ताकि 2047 तक देश को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हर क्षेत्र में 6 गुणा ग्रोथ प्राप्त कर सकें। उन्होने कहा कि यूपीआई ने डिजिटलाइजेशन में इतना बड़ा काम किया है कि दुनिया के किसी भी देश में नहीं हुआ। उन्होने इसके लिए भारत सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम सही दिशा में सही रास्ते पर जा रहे हैं और इसी दिशा में हमें और काम करने होंगे। कुलपति ने कहा कि इसके लिए हमें युवा मस्तिष्कों को इस दिशा में तैयार करना होगा और इसके लिए विश्वविद्यालय और शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं। उन्होने कहा कि इस कार्यक्रम में अनेकों ख्यातिप्राप्त उद्यमियों के शामिल होने से युवाओं प्रेरणा मिलेगी और इससे अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।
इस अवसर पर समर्थ भारत के संरक्षक भारत भूषण ने समर्थ भारत और कैरियर डेवलपमेंट सेंटर (सीडीसी) के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने बताया कि समर्थ भारत टीम के द्वारा दिल्ली में अभी 19 सेंटर चलाए जा रहे हैं जिनमें 1500 लोग प्रशिक्षण ले रहे हैं। इस सेंटरों से प्रशिक्षित अधिकांश लोग प्रति माह 15 से 50 हजार रुपए तक कमा रहे हैं। उन्होने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाना है तो माइंड सैट को बदलना होगा। उन्होने कैरियर डेवलपमेंट सेंटर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इनमें पहले मेंटरशिप प्रोग्राम चलाए जाएंगे। ऑनलाइन इंटरेक्शन, इंटरप्रेन्यूरशिप, स्टार्टअप इक्कोसिस्टम डेवेलपमेंट प्रोग्राम आदि चलाए जाएंगे। इनके अलावा फिक्की के सहयोग से इंडस्ट्री विजिट के प्रोग्राम भी होंगे तथा प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाने से लेकर बैंकर्स के साथ इंटरेक्शन और इनवेस्टरों से मिलवाने के कार्यक्रम भी इसमें शामिल रहेंगे। इस अवसर पर कार्यक्रम के दौरान देश के विभिन्न सफल उद्यमियों ने भी अपने विचार सांझा किए। कैरियर डेवलपमेंट सेंटर (सीडीसी) के शुभारंभ के अवसर पर दक्षिणी दिल्ली परिसर के निदेशक प्रो. श्री प्रकाश सिंह, डीन ऑफ कॉलेजेज़ प्रो. बलराम पाणी, एसओएल की निदेशक प्रो. पायल मागो, समर्थ भारत के संरक्षक भारत भूषण, भाऊराव देवरस सेवा न्यास के अध्यक्ष ओपी गोयल एवं रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता सहित विभिन्न कॉलेजों के प्रिंसिपल एवं अनेकों विद्यार्थी उपस्थित रहे।
इन कॉलेजों के साथ हुए एमओयू
दिल्ली विश्वविद्यालय एवं समर्थ भारत के सामूहिक तत्वावधान में कैरियर डेवलपमेंट सेंटर (सीडीसी) की स्थापना के लिए जिन 20 कॉलेजों के साथ एमओयू साइन किए गए उनमें आर्यभट्ट कॉलेज, आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज, भारती कॉलेज, दौलत राम कॉलेज, दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज, दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, देशबंधु कॉलेज, दयाल सिंह कॉलेज (ईवनिंग), दयाल सिंह कॉलेज (मॉर्निंग), हंसराज कॉलेज, किरोड़ीमल कॉलेज, लक्ष्मीबाई कॉलेज, महाराज अग्रसेन कॉलेज, पीजीडीएवी कॉलेज (ईवनिंग), पीजीडीएवी कॉलेज, स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग, भगत सिंह कॉलेज, श्री अरबिंदो कॉलेज, श्री गुरु तेगबहादुर खालसा कॉलेज एवं जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज शामिल हैं।
इन विख्यात उद्यमियों ने रखे अपने विचार
कैरियर डेवलपमेंट सेंटर के शुभारंभ अवसर पर विभिन्न उद्यमियों ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान नौकरी डॉट कॉम के संस्थापक संजीव बिखचंदानी, बिजनेस एंड ओक्सिजों की सहसंस्थाक रुचि कालरा, आईएन ने सहसंस्थापक योगेश आंदले, इक्को के सहसंस्थापक एवं सीईओ अभिषेक सिन्हा, चाय सुट्टा बार के सहसंस्थापक अनुभव दुबे, केन42 के सहसंस्थापक एम सुब्रमनियम, एमा बेकरी एंड कैफे से तेंजीन थारडोए तथा अग्रवाल पैकर्स एवं मूवर्स के चेयरमैन रमेश अग्रवाल ने अपने विचार युवाओं के सामने रखे। उक्त विख्यात उद्यमियों ने अपने-अपने अनुभवों के साथ युवाओं का मार्गदर्शन किया।