राहुल गांधी ने कहा विपक्ष को एक करने की कर रहें हैं तैयारी!
अप्रैल महीने के अंत तक होगी एक और विशेष अहम बैठक!
2024 संसदीय चुनाव प्रधानमंत्री मोदी यानी भाजपा के लिए क्या होगा आसान?
दिल्ली (लम्बा सफर ब्यूरो): लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर विपक्ष द्वारा भाजपा के खिलाफ लामबंदी की शुरुआत राहुल गांधी ने कर दी हैं! बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बुधवार को कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे से मिलने उनके दिल्ली स्थित निवास पर पहुंचे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस दौरान खरगे के साथ ही मौजूद रहे। सभी नेता विपक्षी एकता के मुद्दे को लेकर आपस में बैठक किया। इस दौरान सिर्फ तेजस्वी ने कुछ नहीं बोला बाकी सभी नेताओं ने अपना -अपना पक्ष रखा। सभी विपक्षी नेताओं ने एकजुट होने पर अपनी सहमति दी है।
सूत्रों के अनुसार 2024 संसदीय चुनाव प्रधानमंत्री मोदी यानी भाजपा के लिए आसान नहीं होने वाला हैं, क्योंकि विपक्षी दल इस महीने के अंत तक एक और बैठक करेंगे, इस दौरान खड़गे और नीतीश अन्य सभी पार्टियों से बात करेंगे।
गौरतलब है कि बिहार में राजद -जदयू और कांग्रेस का गठबंधन है। तीनों ही पार्टियां इस महागठबंधन के अंतर्गत बिहार और लोकसभा चुनाव में भाजपा का सामना करने के लिए विशेष चर्चा कर चुकी हैं!
एकजुटता दिखाकर हम सबको संसदीय चुनाव लड़ना है: खड़गे
इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभी पार्टियों को एकजुट करना हैं और एक होकर आगे जो भी चुनाव आएंगे, उस चुनाव में एकजुटता दिखाकर हमें मजबूती से लड़ना हैं, हमलोगो ने यही निर्णय लिया है। हम सब उसी रास्ते पर आगे बढ़कर काम करेंगे। तेजस्वी जी, नीतीश जी, सभी हमारे नेतागण जो यहां बैठे हैं, हम सब उसी लाइन पर काम करेंगे।
महागठबंधन को एकजुट करने का होगा प्रयास: नीतीश
नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा हैं। हम सब एक साथ बैठेंगे और तमाम विंदुओं पर सबकी राय लेकर रणनीति तय की जाएगी। हम लोगों की इस विषय पर अंतिम तौर पर बात हो गई है। जितने लोग हमारे साथ सहमत होंगे, हम उनके साथ भी बात करेंगे।
हम विपक्ष का नजरिया विकसित करेंगे: राहुल
इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि जो नीतीश जी ने कहा कि विपक्ष को एक करने में बहुत एतिहासिक कदम लिया गया है। कितनी विपक्षी पार्टियों को इकट्ठा करना हैं, यह एक प्रक्रिया है। विपक्ष का जो भी नजरिया है, उसे हम विकसित करेंगे और जो भी पार्टियां विचारधारा की लड़ाई में साथ आना चाहती हैं उसको साथ लेकर चलेंगे। जो संस्थानों पर आक्रमण हो रहा है, देश पर आक्रमण हो रहा है, उसके खिलाफ हम सभी मिलकर लड़ेंगे।