रघुराम राजन ने राहुल गांधी से कहा था “भारत अगले साल 5% की वृद्धि दर हासिल कर ले तो भाग्यशाली होगा।”
कांग्रेस के समर्थक ‘गंदगी मांगने वाली मक्खियों’ की तरह हैं: अमित मालवीय
दिल्ली (लम्बा सफर ब्यूरो): विश्व भर में युद्ध और आर्थिक तंगी के कारण कई देश अपने विकास को लेकर जूझ रहे हैं, इसी बीच भारत भी इन पहलुओं से बचा नहीं है फिर भी राष्ट्रहित में लोगों के सहयोग से भारत सभी पढ़ाओ को पीछे छोड़ता हुआ विश्व गुरु बनने की दिशा में बढ़ता चला जा रहा है। इसी बीच बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी है।
इस बाबत भाजपा ने राहुल गांधी और आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की उस बातचीत पर निशाना साधा है, जिसमें पूर्व आरबीआई गवर्नर ने कहा था कि ‘भारत अगले साल 5% की वृद्धि दर हासिल कर ले तो भाग्यशाली होगा’। अब भाजपा ने रघुराम राजन को निराशावादी करार दिया है।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट किया, ‘तथ्य यह है कि भारत ने वित्त वर्ष 2022-23 में जीडीपी में 7.2 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है। उन्होंने लिखा कांग्रेस के समर्थक ‘गंदगी मांगने वाली मक्खियों’ की तरह हैं। उन्हें एक साफ जगह भी दें तो भी वे गंदगी ही तलाशेंगे।
रघुराम राजन की निराशाजनक भविष्यवाणी के लिए उन पर निशाना साधते हुए मालवीय ने लिखा, “वे स्वाभाविक रूप से दुखी हैं, वे एक अरब लोगों को भूखे देखना चाहते हैं ताकि वे अपनी उत्तम शराब पीते हुए भारत की गरीबी पर बोलने के लिए मुखर हो सकें।” रघुराम राजन और राहुल गांधी के बीच बातचीत दिसंबर 2022 में हुई थी, जब राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा पर थे। रघुराम राजन ने भी यात्रा में हिस्सा लिया था।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने रघुराम राजन को ‘जेम्स बॉन्ड राजन’ करार देते हुए कहा, ‘सेलिब्रिटी अर्थशास्त्री के रूप में राजनीतिक मतलब वाले वूडू अर्थशास्त्र की अपनी सीमाएं हैं। 2022 में राहुल गांधी के साथ अपनी बातचीत में रघुराम राजन ने कहा था कि अगला साल भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए व विश्व अर्थव्यवस्था के लिए और भी मुश्किल होगा। रघुराम राजन ने कहा था कि भारत 5% की विकास दर हासिल करने के लिए संघर्ष करेगा क्योंकि प्रमुख ब्याज दरें बढ़ी हैं और निर्यात धीमा हो गया है। उन्होंने कहा, ‘अगर हम अगले साल 5 प्रतिशत की दर से वृद्धि करते हैं तो हम भाग्यशाली हैं।