बिहार: जलवायु अनुकूल कृषि एवं जैविक खेती से पुनः लौटेगी हरिक्रांति – आधुनिकीकरण से होगा कृषि विकास।

पटना (लम्बा सफर डेस्क): बिहार में आधुनिक तरीके से खेती को बढ़ावा देने के लिए नीतीश सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं। इसका मकसद है कि बिहार के किसानों को ज्यादा से ज्यादा कृषि से फायदा मिल सके। इसे सफल बनाने के लिए चौथे कृषि रोड मैप पर काम तेज हो गया है। नीतीश कुमार ने एक महत्वपूर्ण बैठक कर चौथे कृषि रोड मैप को लेकर अधिकारियों से पूरी जानकारी ली और कई महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए।

नीतीश कुमार ने कहा कि चतुर्थ कृषि रोड मैप में कृषि के आधुनिकीकरण को ध्यान में रखते हुए कार्य करें। उत्पादों की मार्केटिंग को बढ़ावा देने के साथ-साथ राज्य के उत्पादों की ब्रांडिंग तथा कृषि बाजार के विकास को लेकर योजनाबद्ध ढंग से काम करें। प्रखंड स्तर पर ई-किसान भवन में किसानों को कृषि एवं कृषि उत्पादों से संबंधित प्रशिक्षण एवं जानकारी सुगमतापूर्वक उपलब्ध कराएं साथ ही जलवायु अनुकूल कृषि कार्य एवं जैविक खेती के बेहतर क्रियान्वयन के लिए कार्य करें। राज्य में ही बेहतर गुणवत्ता वाले बीज का विकास कराएं साथ ही फसल अवशेष प्रबंधन वाले यंत्रों का निर्माण भी यहीं करें।

मुख्यमंत्री ने किसानों से कुछ अलग हट कर भी काम करने का आग्रह किया, साथ ही उन्होंने कहा कि चौर क्षेत्र के विकास के लिए नीचे मछली ऊपर बिजली के उत्पादन की योजना पर बेहतर ढंग से काम करें और फसलों के विविधीकरण के लिए किसानों को प्रेरित करें. नीतीश कुमार ने इस बात पर भी जोर दिया कि राज्य में सब्जी और मखाना का अच्छा उत्पादन हो रहा है। इसके उत्पादकों को और अधिक उत्पादन के लिये प्रोत्साहित करने के साथ-साथ सहूलियत प्रदान करें साथ ही सब्जी और मखाना उत्पाद की मार्केटिंग के लिये भी बेहतर ढंग से काम करें।

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